विदिशा 17 नवम्बर, शहर में डेंगू व चिकिन गुनिया पिछले काफी समय से बहुत तेजी से पैर पसार रहा है. जिसकी चपेट में कई जनप्रतिनिधि, डॉक्टर व अन्य लोग तक आ गये. लेकिन सक्षम होने के कारण उन लोगों ने एतीहात बरतते हुये भोपाल में एडमिट होकर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर लिया. वहीं सामान्य व गरीब तबके लोगों के लिये विदिशा जिला चिकित्सालय व मेडीकल कॉलेज ही आसरा है.ऐसे में स्वास्थ्य सुविधाओं के पर्याप्त इंतजाम न होने पर लोगों को जान से हाथ धोना पड़ रहा है. ऐसा ही एक मामला रविवार को विदिशा के हरीपुरा निवासी व ट्रिनिटी कान्वेन्ट के एक छात्र के साथ देखने में आया. उक्त छात्र को डेंगू हो गया था. जिसे उपचार के लिये भोपाल रेफर कर दिया गया. भोपाल के बंसल अस्पताल में उपचार के दौरान उक्त छात्र की मौत हो गयी. जिससे लोगों में सन्नाटे की स्थिति है. यह छात्र अपने माता पिता का एकलौता पुत्र था.
हरीपुरा क्षेत्र के पूर्व पार्षद आशीष भदौरिया ने बताया कि हरीपुरा निवासी आदित्य नायर पुत्र श्री संजय नायर ट्रिनिटी कान्वेंट स्कूल में कक्षा 11 का विद्यार्थी था. जिसके पिता आर्मी में तथा मां श्रीमती श्रीजी नायर नटेरन हॉस्पिटल में नर्स हैं. आदित्य को डेंगू के चलते विदिशा में भर्ती किया गया. जहां से उसे रेफर करने पर भोपाल के बंसल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. जहां उपचार के दौरान रविवार को उसकी मौत हो गयी. इस घटना से लोग व्यथित व दुखी हैं ।
आदित्य के आकस्मिक निधन होने से ट्रिनिटी कान्वेंट स्कूल भी सदमें में है और विद्यालय प्रबंधन ने शोक व्यक्त करते हुये सूचना जारी की कि विद्यालय में अधययनरत छात्र आदित्य नायर कक्षा 11 का आकस्मिक निधन हो गया है. इस अविश्वसनीय दुख के कठोर समय में पूरा विद्यालय परिसर गमगीन और अश्रुपूर्ण हो गया है विद्यालय प्रबंधन एवं स्टाफ की ओर से दिवंगत आत्मा को भावभीनी श्रद्धांजली समर्पित है. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे. वहीं आज 18 नवम्बर को छात्र आदित्य नायर के आकस्मिक देवलोकगमन हो जाने पर विद्यालय मे शोक दिवस घोषित किया है इसलिए विद्यालय मे अवकाश रहेगा. इस दिनांक में आयोजित होने वाली परीक्षा स्थगित की जा रही है. ट्रिनिटी कान्वेंट स्कूल की सूचना सहायक राखी मराठा ने बताया कि आदित्य नायर हमारे स्कूल में कक्षा 11 का छात्र था आदित्य की माता जी ने बताया है कि आदित्य को डेंगू हुआ था 14 नवंबर को फीवर आने की शिकायत पर विदिशा मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था. जहां से रात्रि में छुट्टी हो गई थी 15 तारीख की सुबह करीब 4 बजे स्थिति बिगड़ने पर बालक को भोपाल के बंसल अस्पताल में भर्ती किया गया था. जहां रविवार को उसकी डेथ हो गई. परिजनों ने भोपाल में ही अंतिम संस्कार कर दिया है. स्कूल स्टाफ और मैडम को सूचना मिलने पर भोपाल के लिए रवाना हुए हैं.
शहर में पिछले काफी समय से डेंगू व चिकिन गुनिया व मच्छर जनित अनेक बीमारियां तेजी से फैलती रहीं. लेकिन इन पर अंकुश लगाने व मरीजों को समुचित स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो. इसके जिम्मेदार लोगों ने प्रबंध नहीं किये. जिसका खामियाजा लोगों को जान गवां कर भुगतना पड़ रहा है. डेंगू के मरीजों में प्लेटिनेटस कम हो जाने पर प्लेटिनेटस का इंतजाम सहित रक्त संबंधी अन्य उपयोगों में काम आने वाली ब्लड सेच्युरेशन मशीन कई साल से होने के बाद भी अब तक शुरू नहीं हो सकी है. जिसके कारण लोग उपचार कराने के लिये भोपाल दौड़ लगा रहे हैं. कई बार समाचार पत्रों में भी इस मशीन को शुरू करने को लेकर समाचार प्रकाशित होने के बाद भी जिम्मेदारों ने इस पर ध्यान नहीं दिया और यह मशीन अब तक शुरू नहीं हो सकी है. जो स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रश्न चिन्ह खड़े कर रही है.
जिम्मेदार लापरवाह
इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. शिरीष रघुवंशी व कलेक्टर रोशन कुमार सिंह से उनके मोबइल फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन चर्चा नहीं हो सकी.