मुख्य बाजार में हो डामर - ब्यापार महासंघ

मुख्य सडक़ पर हो डामरीकरण 
इस दौरान व्यापार महासंघ अध्यक्ष मुन्ना भैया जैन ने कहा कि इस मुख्य मार्ग का यदि सीसीकरण किया जाता है तो सडक़ करीब एक से दो फीट ऊंची हो जाएगी। बारिश में दुकानों और मकानों में पानी भराएगा। दुकानदान दुकान के आगे ऊंचाई करेगा या बचाव कार्य करेगा तो मकानमालिक और दुकानदार के बीच रोज झगड़े होंगे। सीसी सडक़ गलियों आदि में ठीक रहती है। मुख्य सडक़ पर तो डामर ही होना चाहिए। उन्होंने सीसी सडक़ से होने वाली समस्याओं से अवगत करवाया और सभी व्यापारियों की राय पर इस मुख्य मार्ग का डामरीकरण करवाने की बात कही। 
डामरीकरण शहर के आंतरिक मार्गों के लिए है किफायती: चौरसिया
व्यापार महासंघ उपाध्यक्ष नीरज चौरसिया ने कहा कि डामरीकरण शहर के आंतरिक मार्गो के लिए किफायती होती क्यों कि नगरों एंव शहरों में भारी वाहनों का आवागमन नहीं होता। सीमेंट सडक़ मुख्यत: रनवे, हाइवे और खनन क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है। डामरीकरण सडक़ निर्माण में खर्चा कम होता है। जितने में डामरीकरण सडक़ निर्माण 2किलोमीटर होता है वहीं सीमेंट सडक़ 1 किलोमीटर होगा। डामरीकरण सडक़ निर्माण में समय और रूपये दोनो की बचत है वहीं सीमेंट सडक़ निर्माण मे समय और रूपये अधिक खर्च होता है। पर्यावरण दृष्टि से डामरीकरण सडक़ उचित होता है, बारिश का जल अवशोषित कर लेती जिससे जमीन का वाटर लेबल बना रहता है। वहीं डामर की रोड पर वाहन और चालक दोनों सुरक्षित रहते है। इन मुख्य बाजार क्षेत्रों मे भारी वाहनों की आवाजाही नही होती साथ ही विदिशा नगर का मुख्य व्यापारिक गतिविधियाँ इन्ही बाजार क्षेत्र में होती इसलिए डामरीकरण से सडक़ निर्माण ही उचित है।
शहर विकास के लिए आगे आएं सब: सुरेश मोतियानी
इस दौरान व्यापार महासंघ के पूर्व अध्यक्ष सुरेश मोतियानी ने कहा कि शहर के विकास के लिए सबको आगे आना चाहिए। मुख्य मार्ग पर डामर रोड ही डलनी चाहिए। जिससे कि किसी को परेशानी नहीं होगी। 
95 प्रतिशत लोग चाहते हैं डामरीकरण हो: राजेश जैन
उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष राजेश जैन ने कहा कि शहर में 95 प्रतिशत नागरिक चाहते हैं कि डामर सडक़ बने। लेकिन इसके लिए व्यवस्थित तरीके से काम करना पड़ेगा। कलेक्टर, विधायक और सांसद से व्यापारियों का प्रतिनिधि मंडल मिलकर अपनी बात रखें, तो हमारी बात मानी जाएगी।
जो व्यापारी चाहेगा, वही होगा: नितिन माहेश्वरी
इस दौरान सनातन श्री हिंदु उत्सव समिति अध्यक्ष नितिन माहेश्वरी ने कहा कि व्यापार महासंघ के 10-20 लोगों का एक प्रतिनिधि मंडल विधायक, सांसद से मिले और इस मुद्दे पर चर्चा करें, तो समस्या का निदान निकलेगा। उन्होंने बताया कि इस मामले में उन्होंने विधायक मुकेश टंडन से चर्चा की थी तो उन्होंने कहा था कि जो व्यापारी चाहेगा वही होगा। 
सभी व्यापारियों की राय जानने किया बैठक का आयोजन: नवल किशोर शास्त्री
व्यापार महासंघ महामंत्री नवलकिशोर शास्त्री ने कहा कि विगत एक माह से कई व्यापारियों की शिकायतें इस सीसी सडक़ निर्माण को लेकर आ रहीं थीं। जिसके चलते व्यापार महासंघ ने निर्णय लिया कि सभी व्यापारियों की बैठक कर इस मुद्दे पर चर्चा की जाए और जो सभी की राय होगी वही निर्णय लिया जाएगा। इसलिए यह बैठक आयोजित की गई। 
सीसी या डामर सडक़ के अपने-अपने फायदे-नुकसान हैं: सचिन ताम्रकार
इस दौरान सचिन ताम्रकार ने कहा कि यह हमें निर्णय करना है कि क्या करना है। क्योंकि सीसी सडक़ और डामर सडक़ के अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं। यदि सीसी सडक़ को इसी सडक़ पर बनाया जाता है तो ऊंचाई बढऩे से काफी दिक्कत होगी। जबकि यदि जो लेवल वर्तमान में सडक़ का है खुदाई कर सीसी सडक़ बनाकर भी वही लेवल रहे तो कोई दिक्कत नहीं है। 
व्यापारियों का प्रतिनिधि मंडल मिले तो काम हो जाएगा: नरेंद्र सोनी
व्यापार महासंघ के पूर्व महामंत्री नरेंद्र सोनी ने कहा कि कहा कि  सीवेज और पानी की पाईपलाइन पहले ही नीचे हैं। सीसी सडक़ बनी तो और दिक्कत होगी। लेकिन इस समस्या के निदान के लिए किसी आंदोलन आदि की आवश्यकता नहीं है सिफ विधायक, सांसद से प्रतिनिधि मंडल मिले तो काम हो जाएगा। 
सीसी सडक़ से सभी को होगी दिक्कत: सचिन जैन
व्यापार महासंघ प्रतिनिधि सचिन जैन ने कहा कि मुख्य मार्ग पर सीसी सडक़ बनने से व्यापारियों के साथ ही आम  नागरिकों को भी काफी दिक्कत होगी। नल या सीवर लाइन की डेमेज होने पर खुदाई में दिक्कत होगी। सीसी सडक़ बनने से व्यापारियों का व्यवसाय काफी दिनों तक प्रभावित होगा। इसलिए डामरीकृत सडक़ बनेगी तो व्यापारियों का काम भी प्रभावित नहीं होगा और सभी के लिए लाभकारी रहेगी।
पब्लिक व्यू से होना चाहिए काम: सचिन तिवारी
इस दौरान प्रेस क्लब अध्यक्ष सचिन तिवारी ने कहा कि शहर में जो भी विकास कार्य हो वह पब्लिक व्यू के हिसाब से होना चाहिए, तो कहीं कोई समस्या ही नहीं आएगी। मुख्य मार्ग पर सीसी सडक़ बनने से सिर्फ व्यापारी वर्ग ही परेशान नहीं होगा अपितु आम नागरिकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि सीसी सडक़ के लिए खुदाई होने से सीवेज और पानी की पाइपलाइन डेमेज हो जाएंगीं और कई समस्याएं आएंगीं। उन्होंने कहा कि उनकी कई समाजसेवी संगठनों और प्रेस क्लब साथियों के साथ ही अन्य नागरिकों से चर्चा हुई, लेकिन कोई भी सीसी सडक़ के पक्ष में नहीं है, सभी मुख्य मार्ग पर डामरीकरण चाहते हैं। 
जल भराव की समस्या सबसे पहले हो दूर: राजेश सोनी
इस दौरान सराफा एसोसिएशन के राजेश सोनी खुबाल ने कहा कि सीसी सडक़ बने या डामर लेकिन बारिश में सडक़ों पर जल भराव की समस्या सबसे पहले दूर होना चाहिए। जिससे कि दुकानों में भी पानी नहीं भराए। उन्होंने कहा कि बसंत जैन के समय बनी सीसी सडक़ आज भी ठीक हैं, लेकिन दो-चार साल पूर्व बनीं सडक़ें खस्ताहाल हो रही हैं। 
जो अच्छा होगा वहीं करेंगे: आशीष माहेश्वरी
इस दौरान नगरपालिका में नेता प्रतिपक्ष आशीष माहेश्वरी ने कहा कि वह इस मुद्दे पर कलेक्टर और विधायक से मिल चुके हैं। दोनों का कह कहना है कि शहर के लिए जो अच्छा होगा वही करेंगे और व्यापारी जो कहेगा वही होगा। उन्होंने सीसी सडक़ बनने से होने वाली समस्याओं से अवगत करवाया और इसके विरोध में कागज से लेकर सडक़ तक विरोध करने में सहयोग की बात कही।
पहली बार देखा एक सडक़ बनवाने लड़ रहे दो विभाग : विवेक शर्मा 
स्पेयर पार्ट एसोसिएशन अध्यक्ष विवेक शर्मा ने कहा कि कोरोना काल के बाद अब जैसे-तैसे व्यापार पटरी पर आया है, लेकिन यदि सीसी सडक़ मुख्य मार्ग पर बनाई जाती तो व्यापारियों को काफी परेशानी होगी और व्यापार प्रभावित होगा। इसलिए सीसी सडक़ ही बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा हो रहा है कि एक ही सडक़ बनवाने दो विभाग लड़  रहे हैं। जबकि अन्य सडक़ें खस्ताहाल हैं। विकास ऐसा होना चाहिए जो सबके काम आए। 
जो शहर के लिए उचित होगा वही व्यापारी सोच रहे हैं: मनोज पांडे
समाजसेवी मनोज पांडे ने कहा कि शहर के विकास के लिए जो उचित होगा वही व्यापारी सोच रहे हैं। उन्होंने तीन दिसम्बर को जयप्रकाश मंच से निकलने वाली रैली में शामिल होने की अपील सभी से की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर जो अत्याचार हो रहे हैं इसके विरोध में यह रैली निकाली जाएगी। 
शहर के बाहर हो सीसी: दीपक वाजपेयी
इस दौरान पूर्व पार्षद व व्यापार महासंघ प्रतिनिधि दीपक वाजपेयी ने कहा कि सीसी सडक़ शहर के बाहर होना चाहिए। शहर में तो डामर सडक़ ही होना चाहिए। राजकुमार सराफ ने भी सभी के द्वारा लिए जाने वाले निर्णय में सहयोग की बात कही। पूर्व मंत्री चेतन बलेचा ने भी डामर सडक़ का समर्थन किया। इसी तरह संजीव जैन सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे। इस दौरान वरिष्ठ मंत्री राजीव जैन गट्टू, संयुक्त मंत्री मनीष अरोरा, गोविंद बल्लभ पलोड़, मनमोहन बंसल सहित कई व्यापारी मौजूद रहे।